टोली भगता की देखो रे सालासर चाली
लाल ध्वजा बजरंगी की बाई हाथ में उठाली
जाके बजरंग बाला के अरदास लगावे गे,
अरे सवा मणि का बजरंगी के रोट लगावा गे,
मूह माँगा वर पावा गे न आवा गे खाली,
लाल ध्वजा बजरंगी की बाई हाथ में उठाली
कष्ट नष्ट हो जाते जिनके दर से जाने से
मनो कामना पूरन हॉवे ज्योत जगाने से,
भगतो का मन मोहे सिंधुर की लाली,
लाल ध्वजा बजरंगी की बाई हाथ में उठाली
चैनसभी पूनम का मेला लागे से भारी
दूर दूर से दर्शन करने आ गए नर नारी,
राज पाल और लखा की कोई बात नहीं टाली,
लाल ध्वजा बजरंगी की बाई हाथ में उठाली