इको गल मणि निगहा मेहर वाली पाई रखी,
झंडे वाली माँ रंग अपना चढ़ाई रखी,
दर पे झुके जमाना सारा बचो को है तेरा सहारा,
सुनी अरदास साडी आस नु पुगाई रखी ,
झंडे वाली माँ रंग अपना चढ़ाई रखी,
झंडे झूले ऊचे मंदिर भरी रेहमते दिल के अंदर,
नाम लेते रहिये बस बोला च समाई रखी,
झंडे वाली माँ रंग अपना चढ़ाई रखी,
बद्री भगत तेरा सरजीवन करे याद कुलदीप माँ हर दिन,
नीवे होके रहिये अवगुना नु मिटाई रखी,
झंडे वाली माँ रंग अपना चढ़ाई रखी,