चलो दरबार दाती के भवन की चाह ले आई है,
करो दर्शन भवानी के जो कुल दुनिया की माई है,
चलो दरबार दाती के भवन की चाह ले आई है,
करो दर्शन भवानी के जो कुल दुनिया की माई है,
चलो दरबार दाती के.....
फिर ईक टोली बना के ध्वजा कांधे सजा करके,
उठो गणपत मना कर के इसी मे ही भलाई है,
चलो दरबार दाती के.....
बुलाया आज उस माँ ने जिसे पूजा है दुनिया ने,
चलो भक्तो दर्श पाने शुभ घड़ी आज आई है,
चलो दरबार दाती के.....
उठ अब ऐ तलबदारो कमर बाँधो चलो प्यारो,
समय यह कह रहा यारो वो सब पैगाम लाई है,
चलो दरबार दाती के भवन की चाह ले आई है,
करो दर्शन भवानी के जो कुल दुनिया की माई है,
करो दर्शन भवानी के जो कुल दुनिया की माई है,
चलो दरबार दाती के.....