बृज में अजब हुआ आज उजाला,
आया यशोदा घर नन्द लाला,
बृज में अजब हुआ आज उजाला
श्याम सलोनी सूरत प्यारी,
तन मन से जाऊ बलिहारी,
नना मुना सारे जग से निराला,
आया यशोदा घर नन्द लाला,
बृज में अजब हुआ आज उजाला
आज घडी खुशियों की आई नन्द के द्वार बजी शहनाई,
युग युग जिए मैया मदन गोपाला,
आया यशोदा घर नन्द लाला,
बृज में अजब हुआ आज उजाला
जो भी सुने बस दौड़ा आये,
श्याम के कैसे दर्शन पाए हर कोई श्याम रूप मतवाला
आया यशोदा घर नन्द लाला,
बृज में अजब हुआ आज उजाला