आज खुला कारागार कृष्णा ने लियो अवतार
निर्मल दिशाए हो गई फूलो में डाल खो गई
मंध मंध शीतल पवन सुख सुगंध लेके आ गई,
गूंज उठी पंक्षी की गाल सरगम भी ताल हो गई,
चारो दिशा मंगला चार,कृष्णा ने लियो अवतार
आज खुला कारागार कृष्णा ने लियो अवतार
यमुना ने छू ले चरण और शेश नाग संग संग
अब तो पाप मिट जायेगे देवो ने भी किया नमन
श्याम रंग रंग लो जो मन वंदन करो श्री चरण,
देवो की जय जय कार कृष्णा ने लियो अवतार
आज खुला कारागार कृष्णा ने लियो अवतार
धन्य धन्य वासुदेव जी धन्य धन्य देवी चरण,
धन्य हुई भारत धरा धन्य श्री हरी आगमन,
जानी न मात यशोदा श्याम धरु मानुज बदन,
सवान की रिमझिम बुहार कृष्णा ने लियो अवतार
आज खुला कारागार कृष्णा ने लियो अवतार