कृपा सरोवर, कमल मनोहर,
कृष्ण चरण गहिए, श्री कृष्ण शरण गहिए।
लीला पुरुषोतम राधावर,
राधा माधव भाव भाधा हर।
शरणागत रहिए, श्री कृष्ण शरण गहिए॥
आकर्षण के केंद्र कृष्ण है,
सुन्दर तम रसिकेन्द्र कृष्ण हैं।
कृष्ण कृष्ण कहिए,श्री कृष्ण शरण गहिए॥
सदा सर्वमय, हैं सर्वोत्तम,
क्यों ना ध्याये उनको सदा हम।
सकल लाभ लहिए, श्री कृष्ण शरण गहिए॥