श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,
जिस की किस्मत में जितना लिखा उतना ही वो पाता है,
श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,
क्या साधु क्या परिवारी क्या राजा क्या रानी है,
खाते में लिखे सब के कर्मो की कहानी है,
सब जोड़े घटा कर के लिखा जोखा बनाता है ,
श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,
गम देता किसको न न कही कोई ज्यादा,
कभी लेने वे देने में श्याम तोड़े न मर्यादा,
कोई फर्क नहीं करता सब से नाता निभाता है ,
श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,
कानून कड़े इतने बाबा की अदालत के,
वो न्याय करे सच्चा बिन वेद वकालत के,
इसी लिए वो खाटू का सरताज कहता है,
श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,
गोरी साक्षी की किस्मत में क्या लिखा बता देना,
जो भी संकट हो जीवन में बस उस से बचा लेना
तेरे चरणों में सांवरियां राज सिर को झुकाता है,
श्री श्याम की नजरो में सारी दुनिया का खाता है,