बरसाना मेरी जान है, बरसाना मेरी जान है ।
ब्रज मंडल में बरसाने की बड़ी ही ऊँची शान है ॥
श्री राधे वृषभानु दुलारी, करुणामयी सरकार हमारी ।
बरसाने की स्वामिनी राधा पे तन मन कुर्बान है ॥
बरसाना मेरी जान है...
बरसाना यह धाम है नायरा लगता मुझको बड़ा ही प्यारा ।
महिमा अपरमपार है इसकी गावत वेद पुराण है ॥
बरसाना मेरी जान है...
बरसाने राधा रस बरसे ठाकुर भी इस रस को तरसे ।
तरसे ऋषि मुनि सुर ज्ञानी करने को रस पान है ॥
बरसाना मेरी जान है...
बरसाने के सिघ पौड़ पर जाता है मन दौड़ दौड़ कर ।
कहे ‘मधुप’ यह धाम किशोरी सब सुखो की खान है ॥
बरसाना मेरी जान है...