लेगी दिल का चैन करार ये कान्हा मुरलिया तोरी रे
यमुना तट पर तू आ जा मिले नि ओ राधा गोरी रे
तेरी संवाली सूरतियाँ कर ली मेरे दिल की चोरी रे
लेगी दिल का चैन करार ये कान्हा मुरलिया तोरी रे
उड़ गई नींद मेरी चैन तूने छीना,
ना जाने ओ कान्हा तूने जादू कौन कीना
चली आओ तडपाओ न
अपने कान्हा को तरसाओ न
तुझपर मर मिट जायेगी ये सारे ब्रिज की छोरी रे
तेरी संवाली सूरतियाँ कर ली मेरे दिल की चोरी रे
तेरी ही जपु माला मैं तो सुबह शाम रे
मैं हु तेरी राधा तू ही है मेरा श्याम रे
मैं भी तुझसे राधा प्यार करू केवल तेरा इन्तजार करू
दोडी आऊ जब तू बुलाये खिचे प्यार की डोरी रे
तेरी संवाली सूरतियाँ कर ली मेरे दिल की चोरी रे