छोटी सी मरईया में ना लोटा है न थाली
अरे सब को देने वाले भोले तेरे घर क्यों खाली है
शिव शम्भु से बोली गोरा एसी क्यों बदहाली
अरे सब को देने वाले भोले तेरे घर क्यों खाली है
भुत वैताल संग में गांजा भांग पीते हो
ना जाने कैसा जीवन स्वामी नाथ जीते हो
हस्ते है सभी शोंक कैसी ये पाली है
बोलो सब को देने वाले भोले तेरे घर क्यों खाली है
भांग के नशे में चूर हर दम रहते हो मस्ती में
चिंता न फिकर कुछ भी चाहे आग लगे गस्थी में
सारे खुशहाल जग में दुखिया आप की घरवाली है
सब को देने वाले भोले तेरे घर क्यों खाली है