तुम्ही मेरे राम तुम्ही श्याम साईं जी
है शिर्डी में मेरे चारो धाम साईं जी
आप की कसम बाबा सच जो वो केहना है
श्रधा सबुरी का ये कवज जब से पेहना है
छु न पाए मोहे क्रोध काम साईं जी
है शिर्डी में मेरे चारो धाम साईं जी
तुम ही मेरी आत्मा हो तुम ही परमात्मा
तुमने ही किया है मेरे पापो का खात्मा
देदी अपनी भगती बिना धाम साईं जी
है शिर्डी में मेरे चारो धाम साईं जी
तुमने बिठाया अपनी करुना की छाओ में
दुआ मेरे वास्ते है तुम्हारी दुआओं में
पुजू तुम्हे पुजू सुबह शाम साईं जी
है शिर्डी में मेरे चारो धाम साईं जी