मेरे रश्के कमर तूने पहली नज़र,
जब नज़र से मिलाई तो मजा आ गया,
परत सी गिर गई काम ही कर गई,
आग एसी लगाई की मजा आ गया,
बहिजावा वो समने आ गया,
और दीवानी ये चुकाथ से टकरा गई,
ज़िन्दगी बनगी बंदगी बन गई तूने अपना बनाया मजा आ गया,
मैं जब शिरडी गया साईं जब मिल गया,
मुजको दिल से लगया मजा आ गया,