कावड वाले कावड उठा माँ गंगा बुलाती है आ,
मैं चलू तू ले जा,
कावड वाले कदम बड़ा पग में बंधे तूने घुंगरू भजा
जो पर्ण किया उसे निभा
शिव के आसरे स्वर्ग से उतरी शिव ही मुझे सम्भाले,
जटा में बिठाये चरणों से लगाये हु मैं उनके हवाले,
शनी रखे न छोड़े ओ दिल न तोड़े तू हो जा उनके हवाले,
कावड वाले ......
लगे पंडाल राहो में तेरी कर ले थोडा सा आराम,
लगा जय कारा भोले के नाम का पी ले तू मस्ती का जाम,
मांगी जो मुरादे भोले पूरी करदे तू दर्शन उसके पा ले,
कावड वाले ..........