एह मूर्ति नही एह सची माँ ए,
जे दिलो बुलाओ गे एह बोल्दी ता ऐ,
एह मूर्ति नही एह सची माँ ए,
वेख्को वेखो माँ किनी सोहनी लगदी
कंजका च मैया मेरी आप वसदी
जिथे झुके सारा जग एह ओहियो था ऐ,
एह मूर्ति नही एह सची माँ ए,
लाल लाल चुनी दे विच झड़े सितारे ने
मेहँदी वाले हथा नाल वेडे तारे ने
दुखड़े हरदी सबना दे मेहरा दी करदी छा ऐ
एह मूर्ति नही एह सची माँ ए
शेरावाली बोल्दी बुलान वाला चाहिदा
बबलू वांगु भेटा कोई गोन वाला चाहिदा
एह रजत एह्दा बछड़ा एह ओहदी माँ ऐ,
एह मूर्ति नही एह सची माँ ए