किरपा करदो दया करदो सभी पे ओ मेरे श्याम
तुम आ जाओ तुम आ जाओ कभी तो मेरे घर भी श्याम,
तुम आये तो सोई तकदीर हमारी जग उठे गी श्याम
मुझे दीपक की ज्योति ख़ुशी से जग उठे गी श्याम,
वहे गे अश्क इन आँखों से ख़ुशी से तब मेरे श्याम,
किरपा करदो दया करदो ....
तेरे दरबार के बिन ये हमारा दिल तडपता है
नही माने बड़ा नादान बिन दर्शन तरस ता है
इसे सम्जाये अब कैसे तू ही बतला ये प्यारे श्याम,
किरपा करदो दया करदो
घटा घनघोर पापो की अजब की छाव गई है श्याम
परेशान है तेरे दीवाने हालत हो गई क्या श्याम
जरा तुम देख लो आकर सभी के प्यारे बाबा श्याम
तुम आ जाओ तुम आ जाओ कभी तो मेरे घर भी श्याम
किरपा करदो दया करदो