कोई शुभ काम हो सब से पेहले गणेशा को हम सब मनाये,
रीती देव ने इसकी चलाई इस रीती को हम सब निभाये
कोई शुभ काम हो सब से पेहले गणेशा को हम सब मनाये,
वक्तुंरड अंकुश कर धारी
मुस्क की करते है सवारी
लम्बोदर को मोदक है भाये
भाव से इनको खिलाये
कोई शुभ काम हो सब से पेहले गणेशा को हम सब मनाये,
रिधि सीधी के है ये स्वामी शुभ और लाभ के अन्तर्यामी यामी
विगन वादा हरे गोरी नंदन रोली चन्दन जो इनको चडाऐ,
कोई शुभ काम हो सब से पेहले गणेशा को हम सब मनाये,
तुम सा दयालु देव न दूजा प्रथम हो जग में इनकी पूजा,
गाये प्रामोद इनकी महिमा पदमें पंकज भी प्रीत लगाये,
कोई शुभ काम हो सब से पेहले गणेशा को हम सब मनाये,