ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे तुम्हरी लगन छोड़ डुंगा,
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे तुम्हारी लगन छोड़ डुंगा,
ना पूच्छा किये मैने अपराध क्या क्या,
क्या ये जमीन असमान हिल ना जाइए॥
जब तक श्री राधे शमा ना करोगी ॥
कैसे तुम्हरे चरण छोड दुंगा
बहुत ठोकरे खा चुका जिंदगी मैं,
तमना तुम्हारे इक देवदार की है॥
जब तक श्री राधारानी दर्शन ना डोगि,
मैं कैसे तुम्हारा भजन छोड़ दुंगा॥
तेरो ना तारो तुम्हारी है मर्जी,
इक दास की येही छोटी सी अर्जी॥
जन्म जन्म के पापी को कमल ना उबारा ,
तो इसी दर पे दम तोड़ दूंगा ॥