साथ साथ रेहना बांके बिहारी
जीत के भी बाबा मैं अपनों से हारी
दिया प्यार मुझको कभी न किसी ने
मतलब निकाला बाबा छोड़ा सभी ने
आई दर पे तेरे मैं किस्मत की मारी
जीत के भी बाबा मैं अपनों से हारी
कन्हिया भी तुम हो श्याम भी तुम हो
मेरी डूबी नैया के सहारे भी तुम हो
हारे के सहारे कहतीं दुनिया सारी,
जीत के भी बाबा मैं अपनों से हारी
मेरे दुखो का अंत करना बाबा ध्वनी की आवाज सुनना मेरे श्याम
राजू कहे जग में तेरी महिमा भारी
जीत के भी बाबा मैं अपनों से हारी