नैना का बाण मत न मारो संवारा धनि,
संवारा धनि महारे थिए पे बने,
नैना का बाण मत न मारो....
बांकी लचक थारी बांके बिहारी,
नैन कटारी आइए खेज के मारी,
निजरासु श्याम चोंकि निजरा लड़ी,
नैना का बाण मत ना मारो संवारा धनि,
जिमे तो आवे थाने नैना में समा लू,
नैना के रस्ते थाने हिये में वसा लू,
हिवड़े की प्यास बाबा मोकळी बड़ी,
नैना का बाण मत ना मारो संवारा धनि,
जीव जरानो थी बाण पुराणी हर्ष भगत थारी प्रीत पहचानी,
भगता में श्याम थी निजरा पड़ी,
नैना का बाण मत ना मारो संवारा धनि,