भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...
एक तो ब्रह्मांड सिर पर दूसरे गंगा साजे,
तीसरा माथे पर चंदा दिल दीवाना हो गया,
भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...
एक तो तेरे कान बिच्छू दुजे माला नागों की,
तीसरा डमरू बजाना दिल दीवाना हो गया,
भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...
एक तो अंगों पे भभूति तन बाघमबर सजा हुआ,
तीसरा घुंगरू बजाना दिल दीवाना हो गया,
भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...
एक तो तेरे संग गौरा गोद में गणपत सजा,
तीसरा नंदी की सवारी दिल दीवाना हो गया,
भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...
एक तो तेरा भोग धतूरा दूसरा भंगिया घुटी,
तिसरा नशे में झूमना दिल दीवाना हो गया,
भोले की नगरी में मेरा दिल दीवाना हो गया...