देवा महादेवा तू सब से निराला है,
बम बम भोले नाथ से गूंजता शिवाला है,
सिर पर विराजे कंग और अंग पर बभूत,
हर रंग ज्ञान वैराग का कहलाते अब दूत,
देव देत्ये दानवो का सब का रखवाला है,
देवा महादेवा तू सब से निराला है,
सकल जगत के आधा निरगुन नित्ये देवता,
श्री धज अंधज विरज सब का प्रतिपाला है,
देवा महादेवा तू सब से निराला है,