सुन सैयां रे सुन बलमा रे,
मैं तो माईयर नगरियां जाऊगी,
माई को चुनरियाँ चढ़ाउंगी मैं,
ऊंची पहाड़ी पे माई की नगरियां,
माँ की दुवारियाँ तू ले चल सैयां,
सुन सैयां रे सुन बलमा रे,
मैं तो माई को ध्वजा चड़ाउ गी
मैं माई की द्वारियाँ जाउंगी,
माता श्रद्धा महीयर वाली उनकी शान जगत से निराली,
सुन सैया रे बलमा रे मैं तो माई को मश्तक निभाऊंगी,
मैं माई की द्वारियाँ जाउंगी,
माता के द्वारे जो भी जाता ख़ालियाँ झोलिया भर कर लाता,
सुन सैया रे सुन बलमा रे,
मैं तो माई के ज्वारे लगाउ गी,
मैं माई की द्वारियाँ जाउंगी,
माता श्रद्धा बड़ी वरदानी हंस वाहनी ज्ञान दायनी,
सुन सैया रे सुन बलमा रे,
मैं तो माई का जगराता कराऊंगी,
मैं माई की द्वारियाँ जाउंगी,