अब करके दया हम बच्चो का उद्धार कीजिये
आये नवरात्रे मैया उपकार कीजिये
अब करके दया ...................
माँ सिंह सवारी करके अब जल्दी से आ जाओ
हर घर में ज्योति वाली खुशियों के डीप जलाओ
हम दीनो पर ममता की बौछार कीजिये
अब करके दया .....................
हम बालक महरा वाली हमे अपने गले लगाओ
परिवार पे हम बच्चो के अपनी ये मैहर बरसाओ
मंझधार पड़ी जो नैया वो भव पार कीजिये
अब करके दया .....................
धन दौलत सोना चांदी महलों की चाह नहीं है
हर पल सेवा मैं रहूं बस मेरे मन आस यही है
इस अमन की इतनी अर्ज़ी माँ स्वीकार कीजिये
अब करके दया .....................