हाज़िर होए दरबार माँ तेरे,हाज़िर होए दरबार,
ठुकरादे चरणी ला ले,कब दा करा पुकार,
हाज़िर होए तेरे दरबार......
तेरे दर ते थोड ना कोई,जो वी मंग्ये पाये सोही॥
झोली अड के दर तेरा मलिया॥,करदे जय जय कार,
हाज़िर होए तेरे दरबार......
तेरा विछोडा सह नही सकना, बिना तेरे माँ रह नही सकना॥
भूल चुक माफ़ करी माँ अम्बे॥ तू सबदी सरकार,
हाज़िर होए तेरे दरबार......
असी बछड़े अनजान भवानी॥
भुज ना पाइए तेरी कहानी॥
की समजे मेहता तेरी माया तू खेल दिखाए हर बार
हाज़िर होए तेरे दरबार......