जरा धीरे से बजना वंसी बजने वाले,
जरा होले से बजना वंसी बजने वाले,
मुरली सुनाने वाले,वंसी वजने वाले,
हाथो मे लकड़ी कांदे का कमरिया॥
कजरारी आखे भोली सुरतरिया॥
गौआ चराने वाले,वंसी वजने वाले,
जरा धीरे से .......
मोर मुकट पीताबर सोहे प्यारी बंसी मेरा मन मोहे॥
बंकि है चितवन बंकि अदा है॥
हो पुल मै रहने वाले,वंसी वजने वाले,
जरा धीरे से .......
वंसी वजने वाले,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर ॥
मीरा के प्रभु नटवर नागर ॥
काली अमर रहने वाले,वंसी वजने वाले,
जरा धीरे से .......