दिल में साईं मंदिर तेरा तू है प्यारा सतगुरु मेरा
दुनिया से अलग है न्यारा है साईं तेरा मेरा नाता
क्या बोलू अपनी जुबान से मैं तू अंतर यामी है दाता
दिल से दिल का रिश्ता क्या है लव्जो में बताना मुश्किल है
अपने एहसास का दुनिया को एहसास करना मुश्किल है
पूछे जो कोई बतलाऊ क्या जग को मैं नही समजा पाता,
दुनिया से अलग है न्यारा है साईं तेरा मेरा नाता
संतान नही साईं मैं तेरी पर प्यार है तेरा वैसा ही
ममता है तेरी माँ के जैसी
व्यवहार पिता के जैसा ही सुख हो दुःख हो तेरे होते
मन बिलकुल भी नही गबराता
दुनिया से अलग है न्यारा है साईं तेरा मेरा नाता
नजदीक सदा रहना साईं दुरी नही तेरी सेह सकता
हर इक सितम सेह सकता हु
नही तेरी जुदाई सेह सकता
जज्बा ये तेरा नजदीकी का साहिल के दिल को है धड्काता
दुनिया से अलग है न्यारा है साईं तेरा मेरा नाता