साई तेरी शिरडी का जलवा है न्यारा,
तेरा रूप सूंदर जो जग में है प्यारा,
साई तेरी शिरडी का जलवा है न्यारा,
वो द्वारका माई स्वाधी है मंदिर मेरे साई बैठे है इसके ही अंदर,
यहाँ वेसहरो को मिलता सहारा,
तेरा रूप सूंदर जो जग में है प्यारा,
साई तेरी शिरडी का जलवा है न्यारा,
साई तेरे दर पे जो कोई आये तू मन की मुरादे सभी जान जाये,
तेरे दर पे बहती है रेहमत की धारा
तेरा रूप सूंदर जो जग में है प्यारा,
साई तेरी शिरडी का जलवा है न्यारा,
मेरी फिर त्मना है शिरडी में जाऊ
तेरा रूप देखु मैं दीदार पाउ,
कभी मुझसे न छूटे न तेरा सहारा,
तेरा रूप सूंदर जो जग में है प्यारा,
साई तेरी शिरडी का जलवा है न्यारा,