मात मेरी वीणा वादिनी री
तेरी महिमा सब से न्यारी
मात मेरी भोली भाली री,
तेरी महिमा सब से न्यारी
तन पे तेरे ढोली साडी धोले हंस पे करे सवारी
कमंडल तेरी निशानी रे तेरी महिमा सब से न्यारी
खाली झोली लाइ दर पे थर दे हाथ तू मेरे सिर पे
देदे भीख मगानी रे तेरी महिमा सब से न्यारी
कर उधार मेरा मेरी माता तू तो सात सुरों की गयाथा
तू ग्यानी मैं अज्ञानी रे तेरी महिमा सब से न्यारी
सविता शाह भी गुण तेरे गावे दिनेश चरना में शीश जुकावे
जो जग जीतन की ठानी रे तेरी महिमा सब से न्यारी