ऊंचे पर्वत स्वर्ग नजारा, सोहना तेरा भवन प्यारा॥
बिच जगदी जोत जवाला, मा तेरी रहमत दा,
रंग बरसे बडा निराला, मा तेरी रहमत दा ॥
कोई ना एेथो खाली मुडदा, दर तेरे ते जो वी आवे,
मुंह कुछ नहीं मंगणा. पैदां, लोड तो बद के. एेथो पावे॥
तु बडी हैं दीन.दियाला, मा तेरी रहमत दा,
रंग बरसे बडा निराला, मा तेरी रहमत दा॥
सिर जिना दे हथ हैं तेरा, बच्चे ने ओ करमा वाले,
भाग. जागदे. सुते. सभदे,खुल.जादे. किसमत दे ताले,
करे. किरपा तु.किरपाला, मा तेरी रहमत दा
रंग बरसे बडा निराला, मा तेरी रहमत दा ॥
देवे सब नु. आसीसा. दाती, हथ ब।।चयां दे सिर. ते धरके,
जीवन करदी रौशन सभदा,दुख दा. दुर. हनेरा करके,
वंडे. खुशीया. दा उजियाला, मा तेरी रहमत दा,
रंग बरसे बडा निराला, मा तेरी रहमत दा ।
की करा.होर सिफत. मा तेरी , करे बिना ऐ दिल. नी. रहदा ,
दुनिया.जाणे महिमा तेरी , कोलो अपने कुझ नही कहदां,
सागर तेरा. मतवाला, मा तेरी रहमत दा,
रग बरसे बडा निराला, मा तेरी रहमत दा ।