जय हो माँ ताप्ती जय हो माँ ताप्ती
आये तेरी शरण हम सभी भारती....
हम खड़े तेरे आँचल तले द्वार पर
तेरे चरणों की माटी मले बाल पर
करो पार आकर जीवन की नैया हे सूर्ये पुत्री तेरी करे आरती
जय हो माँ ताप्ती जय हो माँ ताप्ती
जले ज्योत हर दम तुम्हारे भवन में
चुबन है तुम्हारे परभाती पवन में
सांसो में तुम सन चरित प्राण सीमा
अपनी किरपा से माँ सभी को तारती,
जय हो माँ ताप्ती जय हो माँ ताप्ती
तेरा पावन जल तरंगे उठती धवर
जल की धारा निरंतर बहे कल कल
मन में लागी लगन अरचना हुई मगन
इनकी आँखों से माँ तुम को निहार ती,
जय हो माँ ताप्ती जय हो माँ ताप्ती