मैया ओ मैया कभी मेरे घर भी आ जाना
कभी मेरे घर भी आ जाना निर्धन का मान बड़ा जाना
मैया ओ मैया कभी मेरे घर भी आ जाना
गंगा जल से तेरी चरण पखारू
चन्दन की चोंकी मैया तुम को बिठाऊ
मैया इक झलक दिखा जाना
घर मंदिर मेरा बना जाना
मैया ओ मैया कभी मेरे घर भी आ जाना
श्रधा से तुम को भोग मैं लगाऊ
चरणों में दाती तेरे शीश मैं निभाउ
माँ रुखा सुखा खा जाना बरसो की आस पूरा जाना
मैया ओ मैया कभी मेरे घर भी आ जाना
दाती तू मुझपे उपकार करना
आती ही रेहना घर में भंडार भरना
माँ सोये भाग जगा जाना अपनी किरपा बरसा जाना
मैया ओ मैया कभी मेरे घर भी आ जाना