भजले नाम प्रभु का भजले,
धरले प्रभु मूरत मन धरले,
यह संसार रेन का सपना,
इससे मोह तू तज दे...
काम क्रोध मद मोह भुलाकर,
प्रेम दया अपनाले,
विषय भोग से वैरागी बन,
सतगुरु सुमिरन करले...
भजले नाम प्रभु का भजले...
माया झूठ कपट छल छोड़ो,
निश्छल मैन को करले,
ओस बूंद सा सारा जीवन,
सतगुरु सुमिरन करले...
भजले नाम प्रभु का भजले...