मुझको रुलाने वाले मेरे मन,
ठोकर खिलने वाले मेरे मन,
दर दर डुलाने वाले मेरे मन,
प्रभु को भुलाने वाले मेरे मन,
दूर ना जईओ कहीं दूर।
मन मतवारे, भजन में लग जा रे,
बिगड़ी बनेगी तेरी प्रभु के द्वारे।
रहिओ भजन में मन तू,
दूर ना जईओ कहीं दूर,
चरनन से जईओ ना दूर॥
हीरे जैसी साँसे तेरी, सोने जैसी काया,
मुश्किल से तूने यह नर तन पाया।
करिओ मति रे गरूर,
दूर ना जईओ कहीं दूर,
चरनन से जईओ ना दूर,
छोड़ ना जईओ कहीं दूर॥
वादा क्या कर के आया, निभाएगा निभाले,
जन्मो के पापों को प्रभु नाम से मिटा ले।
रहिओ भजन में मन चूर,
दूर ना जईओ कहीं दूर,
चरनन से जईओ ना दूर,
छोड़ ना जईओ कहीं दूर,
जाएगा कहाँ यहाँ कोई भी ना तेरा,
झूठे जगत को क्यूँ कहता तू मेरा मेरा।
पागल जग तो दो दिन का है नूर,
दूर ना जईओ कहीं दूर,
चरनन तै जईओ ना दूर॥
छोड़ ना जईओ कहीं दूर