स्वर्ग से आई है मेरी मां, खिला-खिला सा लगे समां...
हां, स्वर्ग से आई है मेरी मां, खिला-खिला सा लगे समां...
धुन भक्ति की सवार हो रही,
मईया.... तेरी जय जय कार हो रही
मईया.... तेरी जय जय कार हो रही.........
रखते ही पाँव धरती पे दुनिया ये तर गई,
तेरी कृपा से भक्तों की किस्मत संवर गई...
हां, रखते ही पाँव धरती पे दुनिया ये तर गई,
तेरी कृपा से भक्तों की किस्मत संवर गई...
तेरे बिना कौन यहाँ, बात ये जाने सारे जहां...
महिमा ये तेरी अपार है, सपने सभी के साकार हैं...
हां, महिमा ये तेरी अपार है, सपने सभी के साकार हैं...
हर विनती स्वीकार हो रही,
मईया.... तेरी जय जयकार हो रही...
मईया.... तेरी जय जयकार हो रही...
पहले कभी ना देखा ऐसा, सुन्दर सजा स्वरुप..
आँखों में बस गया है मईया ममतामयी ये रूप...
हां, पहले कभी ना देखा ऐसा, सुन्दर सजा स्वरुप..
आँखों में बस गया है मईया ममतामयी ये रूप...
ओ मेरी माँ तेरे सिवा, ममता लुटाये कौन यहाँ...
आए जो भी हैं तेरे द्वार,पाए हैं मईया जी तेरा प्यार..
हाय, आए जो भी हैं तेरे द्वार, पाए हैं मईया जी तेरा प्यार..
ख़ुशी बेशुमार हो रही,
मईया.... तेरी जय जयकार हो रही...
मईया.... तेरी जय जयकार हो रही...
माथे तिलक लगाऊं मैं, चरणों की लेके धूल...
दर पे खड़ा है कब से मईया, बालक तेरा प्रफुल...
माथे तिलक लगाऊं मैं, चरणों की लेके धूल...
दर पे खड़े हैं कब से मईया, आरती बिरजू प्रफुल...
हमपे दया तू करदे माँ, हर ले बला अब जाऊं कहाँ...
करती है सबका, तू बेड़ा पार बरसाए अमृत की धार...
हम्म,करती है सबका, तू बेड़ा पार बरसाए अमृत की धार...
अरे नइया पार हो रही..
मईया....तेरी जय जयकार हो रही...
मईया....तेरी जय जयकार हो रही...
::::::::::::::::::::::::::::::::::समाप्त ::::::::::::::::::::::::::::::::