मेरे श्याम प्यारे सभी के सहारे
दिया है मुझे भी तूने ही नाम सच कहू संवारे मेरे श्याम
तेरा मैं गुलाम हो गया
जब से मिला है तेरा ये द्वारा दुनिया मेरी बदल गई है
बदल गई है ये जिंदगानी किस्मत मेरी सबर गई है
तेरी किरपा का ये तो असर है
संवारे बन गए मेरे काम
तेरा मैं गुलाम हो गया
बनाना तू जाने निभाना तू जाने,
बाबा यु तो तेरा शोर है
याहा से वाहा तक सब केहते है दाता तुम सा न कोई और है
कभी न यहाँ में वो गबराए
बाबा जिसको भी तू ले थाम
तेरा मैं गुलाम हो गया
ये मेरी शोहरत तेरी बदोलत तुझको ही अर्पण ये जीवन है,
तेरे चरणों की करता पूजा करता रहूगा तेरा ही सिमरन
मुकेश शर्मा तो पीता है निस दिन नाम का तेरे ही बाबा जाम
तेरा मैं गुलाम हो गया