श्याम धनी दरबार चलो जी खाटू के दरबार चलो जी,
जय श्री श्याम जय श्री श्याम बोलते जय जय कार चलो जी,
श्याम धनी दरबार चलो जी खाटू के दरबार चलो जी,
हारे का है श्याम सहारा जिस ने इनका नाम पुकारा,
दूर के करे गम का अंधियारा कलयुग के अवतार चलो जी
श्याम धनी दरबार चलो जी खाटू के दरबार चलो जी,
हाथो में है निशाँ उठा कर बाबा की जय कार लगा कर
मांग ली कुछ भी श्याम से जा कर भरते है भंडार चलो जी
श्याम धनी दरबार चलो जी खाटू के दरबार चलो जी,
सेठ संवारे बड़े निराले सब को आ कर आप सम्भाले,
भगतो के हर दुःख को टाले ऐसे है शाहुकार जी
श्याम धनी दरबार चलो जी खाटू के दरबार चलो जी,