लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने,
श्याम तेरे दीवाने तेरे नाम तेरे मस्ताने,
लेकर हाथों में निशान चले .............
रंग बिरंगे निशान है लाते,
झूमते नाचते गाते आते
सब खाटू की ओर भाग रहे श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले .............
आराम पाते द्वार पर आकर,
दंडवत करते शीश झुका के,
सब तोरण पर विश्राम करें श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले .............
दर्शन की कतार है लंबी,
खाटू की सरकार है चंगी,
सब भक्त तेरे जयकार करें श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले .............
दर्शन की जब बारी आई,
गोपाल सारी थकान भुलाई,
तेरे दर पर शीश झुकाए रहे श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले .............