रुन झुन रुन झुन रुन झुन बाजे पग पैजनिया
अंगनैया बिहरे रामलला....
दुइ दुइ दसन दामिनि जैसे दम दम दम दम दमके
कर कंजन कंचन के कंगना चम चम चम चम चमके
सोहे रुचिर हिये मनि माल कमर करधनिया
अंगनैया बिहरे रामलला...
स्याम सरोज सुहावनि काया पहिरे झँगुली पीली
झीन झँगुलिया के भीतर सौ आभा झलके नीली
धनि धनि भाग भुशुंडि काग लखे किलकनिया
अंगनैया बिहरे रामलला...
हर हिय हरत मनोहर मंजु मधुर मुसकनिया
अंगनैया बिहरे रामलला...
धन्य अवध धन धन नृप दसरथ
धनि धनि तीनहु मैया
धन्य धन्य सब देखन हारे
खेलत चारिहु भैया
चाहत जन राजेश प्रभु की चरन रजकनिया
अंगनैया खेले रामलला....