मेरी नैया में लक्ष्मण राम हो गंगा मैया धीरे बहो,
गंगा मैया हो मैया मेरी नैया में चारो धाम हो गंगा मैया धीरे बहो
उछल उछल मत मारो हिचकोले
देख हिचकोले मेरा मनवा ढोले,
मेरी नैया में चारो धाम
हो गंगा मैया धीरे बहो
टूटी फूटी गाँठ की नैया,
तुम बिन मैया कौन खैवैयाँ,
मेरी नैया है बीच मजधार,
हो गंगा मैया धीरे बहो
दीं दुखी के ये रखवाले,
दुष्टों को भी तारने वाले,
आज आये है मेरे धाम
हो गंगा मैया धीरे बहो