मच गई धूम आ गये माँ के नवराते॥
होने लगे है चारो तरफ घर घर जगराते,
जब से मैंने माँ शक्ति से अपना नाता जोड़ लिया ,
मेरे इस जीवन को दाती तूने नया एक मोड़ दिया,
भव से पार वो होते है जो दर तेरे है आते,
मच गई धूम आ गये माँ के नवराते.......
तेरे जाग्रतो में माँ जो रात रात भर जगे,
पल में संकट कट जाये दुःख घर से निकल कर भागे,
जिस के सिर हो हाथ तेरा वो कभी नही गबराते,
मच गई धूम आ गये माँ के नवराते.....
पल में माँ शेरावाली तकदीर बदल देती है,
देते दिखाई नही देती नही पर झोली बरी देखी है,
खोल दो मेरे भाग के सब बिगड़े खाते,
मच गई धूम आ गये माँ के नवराते.....