आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
सांवरिया मेरा श्याम पिया करू बांके बिहारी दर्शन पीया
मैं पेहन गागरा जाउंगी अमिन चटक मटक के जाउंगी
आगरे को गागरो मंगा दे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
सांवरिया मेरा श्याम पिया करू बांके बिहारी दर्शन पीया
मेरा वृन्दावन बस जावे यहाँ राधे राधे सब गावे
आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
सांवरिया मेरा रीजे गा जब मेरा गागरा घूमेगा
आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
मैं नया गागरा लाऊंगी गोवर्धन पेहन के जाउगी,
आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
मेरा श्याम है बांके बिहारी री मेरा गोवर्धन गिरधारी री
आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया
शैलेंदर सांवरिया गायेगा ये प्यारे भजन बनाएगा
आगरे को गागरो मंगादे रसिया पेहन के वृंदावन जाऊ पीया