खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम करे सब पे किरपा करे सब के काम,
नही जाए खाली जो जपते है नाम
करे सब पे किरपा करे सब के काम,
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम
नाव मेरी बीच भवर पार लगा दे
डूब न जाऊ प्रभु अब तू ही बचा ले
अपनी इक नजर मुझपे ढाल दे
मेरे सारे गम अब तो टाल दे
तू ही मेरी मंजिल जपता मैं तेरा नाम
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम
जो भी प्रभु दर पे तेरे हार के आया
तूने उसके कष्ट को इक पल में मिटाया,
हारे का तू ही एक सहारा मुझको संवारे लगता है प्यारा
अपनी नजर मुझपे अब करदे बाबा श्याम
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम
आया शरण तेरी प्रभु देदे सहारा तेरे सिवा चलता नही मेरा गुजारा
ठोकरे प्रभु खाई है बहुत सुन ले संवारे दर्द है बहुत
जीतू आया तेरी शरण में बाबा श्याम
खाटू में बैठा मेरा बाबा श्याम