तेरा मेरा संवारे ऐसा नाता है,
दिन हो चाहे रात हो तेरा सपना आता है,
मीत बना तू मेरा और प्रीत लगाई एसी,
दुनिया बनाने वाले ये रीत चलाई कैसी,
ना जाने तू कैसा कैसा खेल रचाता है,
तेरा मेरा संवारे ऐसा नाता है......
जिसको भी तू चाहे उसको अपना बना ले,
सब कुछ तेरे वश में तुम हो करने वाले,
करना सके कोई भी वो तू करके दीखता है,
तेरा मेरा संवारे ऐसा नाता है,........
अब ना टूटे कान्हा ये तेरा मेरा बंधन,
मेरी कुछ भी नही है तेरा तुझको अर्पण,
बनवारी इस दिल को केवल तू ही बाहता है,
तेरा मेरा संवारे ऐसा नाता है,