खाटू में बैठा बाबा श्याम स्वर्ग से सुन्दर इनका धाम
हारे का साथी ये यारों का यार मेरे श्याम की वहां सरकार
तेरे मंदिर की छटा निराली कोई भी जाए ना दर से खाली
सच्चे मन से जो कोई ध्याये मन की मुरादें पल में पाए
ग्यारस का तूने दरबार सजाया है भक्तों को अपने दर पे बुलाया है
हारे का साथी ये यारों का यार मेरे श्याम की वहां सरकार
मोरवी नंदन तू कहलाया बर्बरीक का रूप लाया
तीन बानो से हे शक्तिशाली इन सा न जग में कोई महादानी
शीश का दान देके वचन निभाया है कलयुग में कृष्ण रूप बांके ये आया है
हारे का साथी ये यारों का यार मेरे श्याम की वहां सरकार