सँवारे को अपना बना के देख ले,
मौज ही उड़ाए गा रिजाके देख ले,
प्रेमियों के प्रेम का भूखा है मेरा संवारा,
चाव से है खता रुखा सूखा मेरा संवारा,
भाव से तू भोग लगा के देख ले,
मौज ही उड़ाए गा रिजाके देख ले,
सँवारे की सेवा का है फल बड़ा चोखा,
इनकी दया का है तरीका भी अनोखा,
सेवा माहि मन को लगा के देख ले,
मौज ही उड़ाए गा रिजाके देख ले,
जब जब भक्त ने पुकारा बाबा आया बिगड़ी बनाई सारे कष्ट है मिटाया,
चोखानी को श्याम गुण गा के देख ले,
मौज ही उड़ाए गा रिजाके देख ले,