मेरा खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी,
खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी.....
मीठी मीठी मुरली बजा जा,
कीर्तन में आके फेरा पा जा,
आशा लाये बैठे नर और नारी,
करे नीले की असवारी,
खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी,
मेरा खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी.......
जो कोई खाटू दर्श को जाए,
बाबा के वो मन भा जाए,
बिन मांगे है देता फरारी,
करे नीले की असवारी,
खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी,
मेरा खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी.......
‘चरणजीत’ को बाबा गले लगा लो,
सोये इसके भाग जगा दो,
सदा रहेगा तेरा आभारी,
करे नीले की असवारी,
खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी,
मेरा खाटूवाला तीन बाणधारी,
करे नीले की असवारी.......