सीढ़ियों का रखले सेवादार ओ खाटूवाले सांवरिया
गर्मी सर्दी बरसातों में लेके हाथ में बुहारी
रोज बुहारू तेरा द्वार रोज बुहारू तेरा द्वार ओ खाटूवाले सांवरिया
सीढ़ियों का रखले सेवादार......
खा करके तुम्हारा प्रसाद तुम्हारा करलूँगा अपना गुजारा
मांगू न कोई अन्य पदार्थ मांगू न कोई अन्य पदार्थ
सीढ़ियों का रखले सेवादार.....
गाये नरेश और लिखे अनादि करने को तेरी सेवादारी
दिल से है तैयार ओ खाटू वाले सांवरिया
मांगू न कोई अन्य पदार्थ मांगू न कोई अन्य पदार्थ
सीढ़ियों का रखले सेवादार .......