तर्ज - परदेशियो से ना अंखियां....
खाटुवाले श्याम से है, रिश्ता पुराना,
जनमो जनम से है, दर पे आना जाना,
ओ मेरे श्याम
मारी जो ठोकर, दुनिया ने मुझको,
तो साथी मिला है, सांवरे सा मुझको,
सीखा है श्याम से ही, मैंने मुस्कुराना,
खाटुवाले श्याम से है.....
ओ मेरे श्याम,
ना कलियां ही खिलती, ना गुल मुस्कुराते,
अगर मेरे जीवन में, श्याम ना आते,
जीवन की हर पतझड़ में, बहारे खिलाना,
खाटुवाले श्याम से है.......
ओ मेरे श्याम,
हारा हुं जब जब, सहारा बना है,
डुबा हुं जब जब, किनारा बना है,
'बिट्टु' को रास आया, श्याम गुण गाना।
खाटुवाले श्याम से है......
SINGER - MONIKA SHARMA
LYRICS - SUNIL DHANANIA "BITTOO"
CONTACT US - 9830531000