फागुन का ये शुभ दिन आया चल बाबा के द्वारे
द्वारे जाके करले तू अपने अब वारे न्यारे
दर्शन करलो जी बाबा तुझे बुलाएं
एक बार खाटू जाके सर को झुका लो
खाटू वाले श्याम धणी से मुंह माँगा वर पा लो
लाल पीला हरा गुलाबी रंग बाबा को भाये
देख के जलवा श्याम धणी का मन मेरा हर्षाये
दर्शन करलो जी बाबा तुझे बुलाएं
धूम मची है आज खाटू नगर में
नाचे हैं भक्त देखो ख़ुशी के उमंग में
ढोल नगाड़ा श्याम धणी का जैकारा लगाएं
इन सांसों के स्वर भी बस बाबा का नाम ही गायें
दर्शन करलो जी बाबा तुझे बुलाएं
ज्योत विश्वास की वर्तिका ने जलाई
अरज़ हमे सुनलो किशन कन्हाई
बाब तेरे दर का नज़ारा मुझको तो है भाये
कर दो तुम उपकार मुझ पर ये अरदास हैं लाये
दर्शन करलो जी बाबा तुझे बुलाएं