कोई पूछे कैसा है तेरा श्याम,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा.....
सांवरिया के नैना कैसे, सूरज की किरणे हो जैसे,
छलके मस्ती के होंठो से जाम मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा...
कोई पूछे कैसा है तेरा श्याम,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा.....
दिल से ये आवाज़ है आई तुमसे नहीं कोई और कन्हाई,
घायल कर दे प्यारी सी मुस्कान बोलूं बाबा चाँद जैसा,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा...
कोई पूछे कैसा है तेरा श्याम,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा.....
लट घुंघराली कारी कारी, भोली सूरत प्यारी प्यारी,
मैं इनका ये मेरी जान, बोलूं बाबा चाँद जैसा,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा...
कोई पूछे कैसा है तेरा श्याम,
मैं बोलूं बाबा चाँद जैसा......